भिलाई में फुटबॉल खेलकर लौट रहे मासूम भाई- बहन को कार ने कुचला: 10 साल की अंशिका की मौत, भाई घायल, CCTV फेल, परिजनों का हंगामा..


भिलाई :फुटबॉल खेलकर लौट रही मासूम को तेज रफ्तार कार ने रौंद डाला। हादसा इतना भयानक था कि 10 साल की अंशिका ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। मां का रो-रोकर बुरा हाल है, वहीं गुस्साए परिजनों ने थाने का घेराव कर जमकर नाराज़गी जताई।
टक्कर इतनी जोरदार थी कि दोनों बच्चे लहूलुहान हो गए। स्थानीय लोगों ने तत्काल दोनों को लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल सुपेला पहुँचाया। हालत नाज़ुक होने के चलते अंशिका को बीएम शाह, फिर रामकृष्ण केयर और अंत में श्री शंकराचार्य हॉस्पिटल में भर्ती किया गया। अंकुश की हालत अब खतरे से बाहर है।लेकिन किस्मत ने अंशिका का साथ नहीं दिया। 2 जून को इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया। बच्ची की मौत की खबर सुनते ही मां बेसुध हो गई। वो ना बोल पा रही हैं, ना कुछ खा पी रही हैं। थाने लाई गईं तो भी होश में नहीं थीं।

इस दर्दनाक हादसे से नाराज़ परिजनों ने भट्ठी थाना पहुंचकर जमकर हंगामा किया। उन्होंने पुलिस और नेताओं पर गंभीर आरोप लगाए। परिजनों का कहना है कि 5 दिन बाद भी आरोपी कार चालक का सुराग नहीं लग पाया है।
घटना की जानकारी मिलते ही इलाके के लोग भी थाने पहुंचे। उन्होंने बताया कि गैरेज रोड पर लगे सभी सीसीटीवी कैमरे खराब मिले। परिजनों ने कैमरा लगाने वाले ठेकेदार पर भी सवाल खड़े किए और उसके खिलाफ हत्या का केस दर्ज करने की मांग की।
अंशिका के मामा विनय कुमार गौतम ने कहा कि यदि कैमरे चलते होते तो आरोपी अब तक पकड़ा जा चुका होता। उन्होंने ठेकेदार की लापरवाही को सीधा-सीधा बच्ची की मौत का जिम्मेदार ठहराया।घटना के बाद बापू नगर की पार्षद सरिता देवी भी थाने पहुंचीं। उन्होंने प्रशासन से मांग की कि आरोपी को तुरंत गिरफ्तार किया जाए और पीड़ित परिवार को मुआवजा दिया जाए।